कक्षा 8 नागरिक शास्त्र अध्याय 5 हाशियाकरण की समझ एनसीईआरटी के प्रश्न उत्तर

कक्षा 8 सामाजिक विज्ञान नागरिक शास्त्र पाठ 5 हाशियाकरण की समझ एनसीईआरटी अभ्यास के प्रश्न उत्तर सरल अक्षरों में दिया गया है। इन एनसीईआरटी समाधान के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। जिससे छात्र कक्षा 8 नागरिक शास्त्र परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए कक्षा 8 नागरिक शास्त्र के प्रश्न उत्तर एनसीईआरटी किताब के अनुसार बनाये गए है। हिंदी मीडियम के छात्रों की मदद करने के लिए, हमने एनसीईआरटी समाधान से संबंधित सभी सामग्रियों को नए सिलेबस के अनुसार संशोधित किया है। विद्यार्थी ncert solutions for class 8 social science civics chapter 5 hindi medium को यहाँ से निशुल्क में प्राप्त कर सकते हैं।

एनसीईआरटी समाधान कक्षा 8 नागरिक शास्त्र अध्याय 5 हाशियाकरण की समझ

अभ्यास

प्रश्न 1: हाशियाकरण शब्द से आप क्या समझते है ? अपने शब्दों में दो – तीन वाक्य लिखिए।

उत्तर: हाशियाकरण शब्द से तात्पर्य यह है कि जिसे किनारे या हाशिये पर ढकेल दिया गया हो। ऐसे में वह व्यक्ति चीजों के केंद्र में नहीं रहता। यह एक ऐसी चीज़ है जिसे आपने कभी न कभी कक्षा या खेल के मैदान में कभी ना कभी ज़रूर महसूस किया होगा। कक्षा की तरह समाज में भी ऐसे समूह या समुदाय हो सकते है जिन्हें इस तरह की बेदखली का एहसास रहता है। उनके हाशियाकरण की वजह यह हो सकती है कि वे अलग भाषा बोलते है, अलग रीति – रिवाज अपनाते है या बहुसंख्यक समुदाय के मुकाबले किसी दूसरे धर्म के है। समाज के दबे हुए लोगों को हाशिये पर माना जाता है।

प्रश्न 2: आदिवासी लगातार हाशिये पर क्यों खिसकते जा रहें है ? दो कारण बताइए।

उत्तर: (क) कृषि कारणों से एवं उद्योग लगाने के लिए जंगल लगातार काटे जा रहें है।
(ख) खनन आदि जैसी विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए आदिवासियों को उनके घरों से निकाल दिया जाता है जिसके कारण आदिवासी अपनी आजीविका के मुख्य साधन से वंचित हो जाते है।

प्रश्न 3: आप अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए संवैधानिक सुरक्षाओं को क्यों महत्वपूर्ण मानते है ? इसका एक कारण बताइए।

उत्तर: बहुसंख्यक समुदाय के पास धन, संपत्ति, शिक्षा और राजनीतिक प्रभुता होती है। इसका इस्तेमाल करके बहुसंख्यक समुदाय अक्सर अल्पसंख्यकों को हाशिये पर धकेलने की कोशिश करता है। इससे अल्पसंख्यकों के लिए पिछड़ेपन, अशिक्षा और गरीबी का एक अंतहीन चक्र शुरु हो जाता है। इसलिए अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए संवैधानिक सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है।

अथवा

मौलिक अधिकारों के जरिए हमारा संविधान धार्मिक और भाषायी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा प्रदान करता है। अल्पसंख्यक शब्द आमतौर पर ऐसे समुदायों के लिए इस्तेमाल है जो संख्या की दृष्टि से बाकी आबादी के मुकाबले बहुत कम है। लेकिन यह अवधारणा केवल संख्या के सवाल तक ही सीमित नहीं है। इसमें न केवल सत्ता और संसाधनों तक पहुँच जैसे मुद्दे जुड़े हुए है, बल्कि इसके सामाजिक व सांस्कृतिक आयाम भी होते हैं। भारतीय संविधान इस बात को मानता है कि बहुसंख्यक समुदाय की संस्कृति समाज और सरकार की अभिव्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। ऐसी सूरत में छोटा आकार घाटे की बात साबित कर सकती है और संभव है कि छोटे समुदाय हाशिये पर खिसकते चले जाए। ऐसे में अल्पसंख्यक समुदायों को बहुसंख्यक समुदाय के सांस्कृतिक वर्चस्व की आशंका से बचाने के लिए सुरक्षात्मक प्रावधानों की जरूरत है।

प्रश्न 4: अल्पसंख्यक और हाशियाकरण वाले हिस्से को दोबारा पढ़िए। अल्पसंख्यक शब्द से आप क्या समझते है ?

उत्तर: अल्पसंख्यक से अभिप्राय यह होता है कि जो संख्या में कम होते है। जैसे:-  भारत में हिंदू, मुस्लिम, क्रिश्चयन, सिक्ख धर्म से जुड़े लोग रहते है। भारत में हिंदू बहुसंख्यक है, जबकि मुस्लिम, क्रिश्चयन, सिक्ख अल्पसंख्यक है।

प्रश्न 5: आप एक बहस में हिस्सा ले रहे हैं जहाँ आपको इस बयान के समर्थन में तर्क देने हैं कि ‘ मुसलमान एक हाशियाई समुदाय है। ‘ इस अध्याय में दी गई जानकारियों के आधार पर दो तर्क पेश कीजिए ।

उत्तर: मुस्लिम समुदाय निम्नलिखित तौर से हाशिये पर है जैसे :- मुस्लिम समुदाय आर्थिक तौर पर पिछड़े हुए हैं तथा आर्थिक विकास से उपेक्षित रहे हैं। भारत में 63.6% मुस्लिम कच्चे घरों में रहते हैं, जबकि 55.20 हिंदू कच्चे घरों में रहते हैं। भारत में 65 % हिंदू साक्षर है, जबकि 59% मुस्लिम साक्षर हैं। मुस्लिम समुदाय में केवल 7 से 16 वर्ष के बच्चे ही स्कूल जा पाते हैं। जो कि अन्य समुदायों से बहुत कम है।

प्रश्न 6: कल्पना कीजिए कि आप टेलीविजन पर 26 जनवरी की परेड देख रहे हैं। आपकी एक दोस्त आपके नज़दीक बैठी है। वह अचानक कहती हैं, “ इन आदिवासियों को तो देखो, कितने रंग – बिरंगे हैं। लगता है सदा नाचते ही रहते है।“  उसकी बात सुन कर आप भारत में आदिवासियों के जीवन से संबंधित क्या बातें उसको बताएँ। उनमें से तीन बातें लिखें।

उत्तर: अधिकांश आदिवासी घने जंगलों में रहते हैं। जिसके कारण इनका जंगली से एक संबंध बन जाता है। आदिवासी प्रायः अपने कबीले के धार्मिक रीति – रिवाजों का पालन करते हैं जिसमें वे अपने पुरखों क गाँव और प्रकृति की पूजा करते हैं। आदिवासी उन स्थानों पर रहते हैं। जो प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर होते हैं।

प्रश्न 7: चित्रकथा पट्ट में आपने देखा कि हेलेन होप आदिवासियों की कहानी पर एक फिल्म बनाती है। क्या आप आदिवासियों के बारे में एक कहानी बना कर उसकी मदद कर सकते हैं ?

उत्तर: मेरी कहानी का मुख्य पात्र है एक आदिवासी युवक। उसने अपने गाँव के सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। उसके बाद सरकार की आरक्षण नीति के कारण वह एक नामी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई करता है। उसके बाद वह सिविल सर्विसेज की परिक्षा पास करता है और आइएएस बन जाता है।

अथवा

उड़ीसा के जंगलों में कई आदिवासी कबीले रहते हैं। उनमें से एक कबीला ‘ सोन कबीला ‘ है जिसकी संख्या लगभग 200 के पास है। इस कबीले के लोगों के पास यद्यपि अधिक धन – दौलत नहीं है। परंतु प्राकृतिक संसाधनों के कारण ये अपना गुजर – बसर कर लेते हैं। इनके कबीले के पास से एक नदी गुजरती है जिसमें से ये मछली पकड़ बाज़ार में बेच देते हैं। इससे इन्हें कुछ पैसे मिल जाते हैं। परंतु कुछ समय बाद राज्य सरकार ने उस नदी पर एक बड़ा बाँध बनाने का निर्णय किया। परंतु इस बाँध से आदिवासी बेघर हो जाते, उनकी आजीविका का साधन छिन जाता। अतः उन्होंने राज्य सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया, इसमें कुछ समाज सेवी संगठन एवं पर्यावरण से संबंधित संगठन भी शामिल हो गए। इन संगठनों ने राज्य के निर्णय को न्यायालय में चुनौती दी। न्यायालय ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि बांध बनाने से पहले, आदिवासियों के पुनर्वास का प्रबंध करें। राज्य सरकार ने न्यायालय के आदेशानुसार सोन कबीले के लोगों के पुनर्वास एवं आजीविका का प्रबंध किया। तत्पश्चात् उन्होंने बाँध निर्माण का कार्य शुरू किया।

प्रश्न 8: क्या आप इस बात से सहमत है कि आर्थिक हाशियाकरण और सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हुए है ? क्यों ?

उत्तर: यह बात सही है कि आर्थिक हाशियाकरण और सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हुए हैं। एक बार कोई समुदाय गरीबी के कुचक्र में फंस जाता है तो वह विकास के मामले में बहुत पीछे चला जाता है। गरीबों के बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास कम हो जाता है। गरीबी के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं और फिर बड़े होकर उन्हें भी मजदूरी करने को विवश होना पड़ता है। इस अंतहीन चक्र के कारण पूरा का पूरा समुदाय सामाजिक हाशियाकरण का भी शिकार हो जाता है।

पाठ के बीच में पूछे जाने वाले प्रश्न-उत्तर

प्रश्न 1 कम से कम तीन कारण बताइए कि विभिन्न समूह हाशिये पर क्यों चले जाते हैं ।

उत्तर: हाशिये पर जाने के तीन कारण निम्नलिखित है:-
(क) जो अलग रीति – रिवाजों को अपनाते है।
(ख) जो अलग भाषा बोलते है।
(ग) बहुसंख्यकों के लिए अलग धर्म से सम्बन्ध रखते है।

प्रश्न 2: दादू को उड़ीसा का अपना गांव क्यों छोड़ना पड़ा ?

उत्तर: गाँव छोड़ने का कारण –

  1. उड़ीसा में दादू के गाँव की जमीन के नीचे लोहे के भंडार थे।
  2. वन विभाग के अफसरों ने गाँव वालों से जमीन बेचने के लिए कहा और बहुत से लोगों ने अपनी जमीनें बेच दी।
  3. जिन लोगों ने अपनी जमीन नहीं बेची तो उन्हें मारा पीटा-गया। इसलिए मजबूरी में दादू को अपना गाँव
    छोड़ना पड़ा।

अथवा

उनके गांव में अफसर आए थे। उन्होंने कहा उनकी जमीन के नीचे लोहे के भंडार हैं। वे उसे निकालना चाहते थे। उन्होंने बड़े–बड़े वादे किए। कहते थे कि अगर हम अपनी जमीन उन्हें बेच दें तो वे हमें नौकरी व पैसा देंगे। कुछ गाँव वाले बहुत खुश हुए। कुछ को लगता था कि इससे हमारी जिंदगी तबाह हो जाएगी। कुछ ने तो कागज़ों पर अँगूठे के निशान भी लगा दिए। उन्हें पता ही नहीं था कि अँगूठे का निशान लगाकर वे अपनी ज़मीन बेच रहे हैं। मुट्ठी भर लोगों को उन्होंने छोटी–मोटी नौकरी पर रख लिया। लेकिन ज्यादातर लोगों ने अपनी ज़मीनें नहीं बेचीं। तब उन्होंने हमारे साथ मार–पीट शुरु कर दी थी। वे अलग अलग तरह से उन्हें धमकाने लगे। आख़िरकार उन्होंने सबको अपने पुरखों की ज़मीन बेचने और छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। इस प्रकार दादू को उड़ीसा का अपना गांव छोड़ना पड़ा।

प्रश्न 3: आज के भारत में कौन सी धातुएँ महत्त्वपूर्ण हैं ? क्यों ? वे धातुएँ कहाँ से हासिल होती हैं ? क्या वहाँ आदिवासियों की आबादी है ?

उत्तर: आज के भारत में लोहे, ताम्बे, सोने व चांदी के अयस्क, कोयले और हीरे जैसी महत्वपूर्ण धातुएं मिलती है। ये धातुएं इसलिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि ये हमारे जीवन से जुड़ी प्रत्येक चीज़ों में प्रयोग में लाई जाती है। जिनके बिना जीवन यापन करना असंभव होता है क्योंकि हर एक चीज जिनका हम प्रयोग करते है इन्हीं धातुओं से बनी होती है। ये धातुएं धरती के नीचे से हासिल होती है। ये धातुएं मध्य प्रदेश, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश ओर झारखंड में पाए जाते है। हां, इन राज्यों में आदिवासियों की आबादी है।

प्रश्न 4: ऐसे पाँच उत्पाद बताइए जो जंगल से मिलते हैं और जिनका आप घर में इस्तेमाल करते हैं।

उत्तर: औषधि बनाने के लिए जड़ी–बूटियां, घर, फर्नीचर, ईंधन और खिलौने बनाने के लिए लकड़ी।

प्रश्न 5: वन भूमि पर निम्नलिखित माँगें किन लोगों से की जा रही हैं ?

  • मकानों और रेलवे के निर्माण के लिए इमारती लकड़ी
  • खनन के लिए वन भूमि
  • गैर – जनजातीय लोगों द्वारा कृषि के लिए वनभूमि का उपयोग
  • वन्यजीव अभयारण्यों के रूप में सरकार द्वारा आरक्षित जमीन

उत्तर: वन भूमि पर निम्नलिखित मांग आदिवासियों से की जा रही है।

प्रश्न 6: अल्पसंख्यकों के लिए हमें सुरक्षात्मक प्रावधानों की क्यों जरूरत है ?

उत्तर: अल्पसंख्यकों के लिए हमें सुरक्षात्मक प्रावधानों की इसलिए जरूरत पड़ती है क्योंकि ये प्रावधान उन्हें भेदभाव और नुकसान की आशंका से बचाते है। कुछ खास परिस्थितियों में छोटे समुदाय अपने जीवन, संपत्ति और कुशलक्षेम के बारे में असुरक्षित भी महसूस कर सकते है। असुरक्षा की यह भावना और बढ़ सकती है जब अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक समुदायों के सम्बन्ध तनावपूर्ण होते है। संविधान में इन सुरक्षाओं की व्यवस्था इसलिए की गई है कि हमारा संविधान भारत की सांस्कृतिक विविधताओं की सुरक्षा तथा समानता व न्याय की स्थापना के प्रति संकल्पबद्ध है।

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