कक्षा 7 सामाजिक विज्ञान इतिहास पाठ 2 नये राजा और उनके राज्य एनसीईआरटी अभ्यास के प्रश्न उत्तर सरल भाषा में दिया गया है। इन एनसीईआरटी समाधान के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। जिससे छात्र कक्षा 7 इतिहास परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए कक्षा 7 इतिहास के प्रश्न उत्तर एनसीईआरटी किताब के अनुसार बनाये गए है। कक्षा 7 हिंदी मीडियम के छात्रों की मदद करने के लिए, हमने एनसीईआरटी समाधान से संबंधित सभी सामग्रियों को नए सिलेबस के अनुसार संशोधित किया है। विद्यार्थी ncert solutions for class 7 social science history chapter 2 hindi medium को यहाँ से निशुल्क में प्राप्त कर सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 इतिहास अध्याय 2 नये राजा और उनके राज्य
प्रश्न 1: कॉलम A और कॉलम B को मिलाएँ
प्रश्न 2: त्रिपक्षीय संघर्ष में लगे तीनों पक्ष कौन-कौन से थे?
उत्तर: गुर्जर-प्रतिहार, राष्ट्रकूट और पाल
प्रश्न 3: चोल साम्राज्य में सभा की किसी समिति का सदस्य बनने के लिए आवश्यक शर्तें क्या थीं?
उत्तर: चोल साम्राज्य में सभा की किसी समिति का सदस्य बनने के लिए आवश्यक शर्तें नीचे दी गई हैं:
- उस व्यक्ति के पास जमीन होनी चाहिए जिससे लगान वसूली जाती हो।
- अपना मकान होना चाहिए।
- 35 से 70 वर्ष के बीच आयु होनी चाहिए।
- वेदों का ज्ञान होना चाहिए।
- प्रशासन के मामलों का जानकार और इमानदार होना चाहिए।
- अपना और अपने रिश्तेदारों के खाते जमा होना चाहिए।
- पिछले तीन वर्षों में किसी और समिति का सदस्य नहीं होना चाहिए।
प्रश्न 4: चहमानों के नियंत्रण में आनेवाले दो प्रमुख नगर कौन से थे?
उत्तर: दिल्ली और अजमेर
प्रश्न 5: राष्ट्रकूट कैसे शक्तिशाली बने?
उत्तर: पहले राष्ट्रकूट लोग कर्णाटक के चालुक्य के अधीन रहते थे। आठवीं सदी के मध्य में दंतिदुर्ग नाम के एक राष्ट्रकूट मुखिया ने चालुक्य राजा को हटा दिया और स्वयं को राजा घोषित कर दिया।
प्रश्न 6: नये राजवंशों ने स्वीकृति हासिल करने के लिए क्या किया?
उत्तर: कुछ राजाओं ने जनता की स्वीकृति हासिल करने के लिए हिरण्यगर्भ यज्ञ किया। ऐसा माना जाता था कि इस यज्ञ को करने के बाद किसी भी जाति में जन्मा व्यक्ति क्षत्रिय बन जाता था। कुछ राजाओं भव्य मंदिर बनवाए, ताकि जनता में उसकी अच्छी छवि बन सके। कुछ व्यक्तियों ने अपनी सैन्यक्षमता के बल पर नया राज्य बनाया।
प्रश्न 7: तमिल क्षेत्र में किस तरह की सिंचाई व्यवस्था का विकास हुआ?
उत्तर: तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर खेती पाँचवीं और छठी शताब्दी में ही जाकर शुरु हुई थी। बाढ़ की रोकथाम के लिए यहाँ बाँध बनाए गए और खेतों तक पानी ले जाने के लिए नहर बनवाए गए। जहाँ भी जरूरत थी, वहाँ कृत्रिम रूप से सिंचाई के लिए कई तरीके अपनाए गए, जैसे कुँआ खुदवाना या फिर वर्षा के पानी को जमा करने के लोए तालाब बनाना। अधिकतर राजाओं और ग्रामीणों ने सिंचाई की सुविधा विकसित करने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था।
अथवा
तमिल क्षेत्रों में सिंचाई व्यवस्था का विकास निम्न प्रकार से हुआ
- प्राकृतिक झीलों से सिंचाई की व्यवस्था की गई।
- अनेक नहरों को निर्मित किया गया।
- कई तालाबों और हौजों को निर्मित किया गया।
- अनेक क्षेत्रों में नए कुएँ खुदवाए गए।
प्रश्न 8: चोल मंदिरों के साथ कौन-कौन सी गतिविधियाँ जुड़ी हुई थीं?
उत्तर: पूजा का स्थान होने के साथ साथ मंदिर तरह तरह की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता था।
अथवा
चोल मंदिरों के साथ निम्नलिखित गतिविधियाँ जुड़ी हुई थीं
- चोल मंदिर अकसर अपने आस-पास विकसित होने वाली बस्तियों के केन्द्र बन गए।
- ये शिल्प उत्पादन के केन्द्र थे।
- ये मंदिर शासकों और अन्य लोगों द्वारा दी गई भूमि से भी सम्पन्न हो गए थे।
- मंदिर के लिए काम करने वालों में पुरोहित, मालाकार, बावर्ची, मेहतर, संगीतकार, नर्तक इत्यादि प्रमुख थे।
- मंदिर सिर्फ़ पूजा-आराधना का ही केन्द्र नहीं थे, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन । के केन्द्र भी थे।
9. मानचित्र 1 को दुबारा देखें और तलाश करें कि जिस प्रांत में आप रहते हैं, उसमें कोई पुरानी राजशाहियाँ (राजाओं के राज्य) थीं या नहीं ?
उत्तर: मानचित्र 1 का अध्ययन करने से ज्ञात होता है कि जिस राज्य में हम रहते हैं, वहाँ इन्द्रप्रस्थ नामक राजशाही स्थापित थी, जिसे हम दिल्ली के नाम से जानते हैं।
इसके अतिरिक्त अन्य राजशाही और वर्तमान प्रांत का नाम इस प्रकार से है
10. जिस तरह के पंचायती चुनाव हम आज देखते हैं, उनसे उत्तरमेरुर के चुनाव’ किस तरह से अलग थे?
उत्तर: वर्तमान समय के पंचायत चुनाव उत्तरमेरुर के चुनाव में अन्तर –
11. इस अध्याय में दिखलाए गए मंदिरों से अपने आस-पास के किसी मौजूदा मंदिर की तुलना करें और जो समानताएँ या अंतर आप देख पाते हैं, उन्हें बताएँ।
उत्तर: असमानताएँ – इस अध्याय में दिखलाए गए मंदिर द्रविड़ शैली के स्थापत्य कला द्वारा निर्मित हैं, लेकिन वर्तमान के अधिकांश मंदिर बेसर शैली स्थापत्य कला द्वारा निर्मित हैं। बेसर शैली में द्रविड़ और नागर शैली का सम्मिश्रण होता है।
समानताएँ – इन दोनों मंदिरों में समानता यह है कि इन दोनों मंदिरों के गर्भ-गृह में ही मूर्ति स्थित होती है।
12. आज के समय में वसूले जाने वाले करों के बारे में और जानकारी हासिल करें। क्या ये नकद के रूप में हैं, वस्तु के रूप में हैं या श्रम सेवाओं के रूप में?
उत्तर: वर्तमान समय में प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर के रूप में कर वसूल किए जाते हैं। प्रत्यक्ष कर के रूप में आय कर, सम्पत्ति कर, उत्तराधिकारी कर, मृत्यु कर आदि। अप्रत्यक्ष कर के रूप में उत्पादन शुल्क, बिक्री कर आदि प्रमुख हैं।
वर्तमान समय में सभी कर नकद अथवा चेक के द्वारा जमा किए जाते हैं तथा किसी भी कर का भुगतान वस्तु के रूप में अथवा श्रम सेवाओं के रूप में नहीं लिया जाता है