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एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 इतिहास अध्याय 9 नए सम्राज्य और राज्य
प्रश्न 1: सही या गलत बताओ।
(क) हरिषेण ने गौतमी पुत्र श्री सातकर्णी की प्रशंसा में प्रशस्ति लिखी।
(ख) आर्यावर्त के शासक समुद्रगुप्त के लिए भेँट लाते थे।
(ग) दक्षिणापथ में बारह शासक थे।
(घ) गुप्त शासको के नियंत्रण में दो महत्वपूर्ण केंद्र तक्षशिला और मदुरै थे।
(ङ) ऐहोल पल्लवों की राजधानी थी।
(च) दक्षिण भारत में स्थानीय सभाएँ सदियों तक काम करती रही।
उत्तर: (क) गलत (ख) गलत (ग) सही (घ) गलत (ड.) गलत (च) सही
प्रश्न 2: ऐसे तीन लेखकों के नाम लिखो जिन्होंने हर्षवर्धन के बारे में लिखा।
उत्तर: वाणभट्ट, रविकीर्ति और श्वैन त्सांग
प्रश्न 3: इस युग में सैन्य संगठन में क्या बदलाव आए?
उत्तर: इस युग में सैन्य संगठन में कई बदलाव आए। कुछ राजा अभी भी पुराने राजाओं की तरह एक संगठित सेना रखते थे। इस समय कुछ ऐसे सेनानायको भी होते थे, जो आवश्यकता पड़ने पर राजा को सैनिक सहायता दिया करते थे। इन सेनानायको को कोई नियमित वेतन नहीं मिलता था। सेवा के बदले उन्हें भूमि दान में दी जाती थी। इन्हें कर वसूलने का अधिकार भी मिल जाता था। इसी से वे युद्ध के लिए जरूरी संसाधन जुटाते थे। इन सेनानायको को सामंत कहा जाता था। जिन जगहों के शासक कमजोर होते थे, ये सामंत स्वतंत्र होने की कोशिश करते थे।
प्रश्न 4: इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में तुम्हें क्या क्या नई चीजें दिखती है?
उत्तर: प्रशासन की प्राथमिक इकाई गाँव होते थे, लेकिन धीरे-धीरे कई बदलाव आए। राजाओं ने आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक या सैन्य शक्ति रखने वाले लोगों का समर्थन जुटाने के लिए कई कदम उठाए।
- कुछ महत्त्वपूर्ण प्रशासकीय पद आनुवंशिक बन गए। जिसका अर्थ है बेटे अपने पिता का पद पाते थे जैसे कि कवि हरिषेण अपने पिता की तरह महादंडनायक अर्थात् मुख्य न्याय अधिकारी थे।
- कभी-कभी एक ही व्यक्ति कई पदों पर कार्य करता था जैसे कि हरिषेण एक महादंडनायक होने के साथ-साथ कुमारामात्य अर्थात् एक महत्त्वपूर्ण मंत्री तथा एक संधि-विग्रहिक अर्थात् युद्ध और शांति के विषयों का भी मंत्री था।
- स्थानीय प्रशासन में प्रमुख व्यक्तियों का बोलबाला था। इनमें नगर-श्रेष्ठी यानी मुख्य बैंकर या शहर का व्यापारी, सार्थवाह यानी व्यापारियों के काफिले का नेता, प्रथम कुलिक अर्थात् मुख्य शिल्पकार
तथा कायस्थों यानी लिपिकों के प्रधान जैसे लोग होते थे।
प्रश्न 5: तुम्हें क्या लगता है कि समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविन्द को क्या-क्या करना पड़ेगा?
उत्तर: अगर अरविन्द राजा समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करता है तो उसे निम्नलिखित कार्य करना पड़ेगा
- वह शाही वेशभूषा में, मूंछों पर ताव देते हुए, रूपहले कागज में लिपटी तलवार को शान से पकड़कर चहलकदमी करेगा।
- वह राज सिंहासन पर बैठकर वीणा बजाएगा और कविता पाठ भी करेगा।
- वह एक महान योद्धा की तरह कई युद्ध लड़ेगा और उन युद्धों को उसे जीतना पड़ेगा।
प्रश्न 6: क्या प्रशस्तियों को पढ़कर आम लोग समझ लेते होंगे? अपने उत्तर के कारण बताओ।
उत्तर: ‘प्रशस्ति’ संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है किसी की प्रशंसा। उस समय राजा की प्रशंसा में प्रशस्ति लिखा जाता था, जो संस्कृत में लिखा जाता था, और जिसे राजा और ब्राह्मण ही समझते थे। आम लोग तो प्राकृत भाषा समझते थे। इसलिए प्रशस्तियों को वे न तो पढ़ पाते थे और न समझ पाते थे।
7. अगर तुम्हें अपनी वंशावली बनानी हो, तो तुम उसमें किन लोगों को शामिल करोगे? कितनी पीढ़ियों को तुम इसमें शामिल करना चाहोगे? एक चार्ट बनाओ और उसे भरो।
उत्तर: अगर मैं अपनी वंशावली बनाऊँगा तो मैं उसमें तीन पीढ़ियों को शामिल करना पसंद करूंगा। मैं अपने परदादा से शुरू करूंगा। उसके बाद उनके बच्चे, यानी के अपने दादा और उनके भाई, अपने दादा के पुत्र यानी अपने पिता और भाई, फिर मैं स्वयं अपने भाई को शामिल करूंगा।
8. आज युद्ध का असर जनसाधारण पर किस तरह पड़ता है?
उत्तर: युद्ध हमारे जीवन में विपत्तिग्रस्त घटना होती है। युद्ध सामान्यतः दो देशों के बीच में या संयुक्त रूप से विभिन्न देशों के समूहों के बीच लड़ा जाता है, जबकि सामान्य लोगों का युद्ध के पीछे के मुख्य उद्देश्य के प्रति कोई लगाव नहीं होता है। वे युद्ध से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। बड़ी संख्या में वे लोग युद्ध में मारे जाते हैं। जिनका कोई भी दोष नहीं होता हैं। वे अपना जीवन खो देते हैं। युद्ध अपने पीछे चिल्लाते हुए विधवाओं और अनाथों को छोड़ जाता है। सभी संसाधन नष्ट हो जाते हैं विकास पूरी तरह प्रभावित हो जाता है फिर से व्यवस्थित होने में बहुत समय लगता है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्त
प्रश्न 1: गुप्त वंश की स्थापना किसने की?
उत्तर: चंद्रगुप्त ने
प्रश्न 2: मशहूर कवि कालिदास और प्रसिद्ध ज्योतिष्शास्त्री खगोलशास्त्री आर्यभट्ट किसके दरबार में थे?
उत्तर: समुद्रगुप्त
प्रश्न 3: विक्रम संवत् की स्थापना कब और किसने की?
उत्तर: विक्रम संवत् की स्थापना 58 ईसा पूर्व में चंद्रगुप्त द्वितीय ने की।
प्रश्न 4: ‘महाराजाधिराज’ किसे कहा जाता था।
उत्तर: समुद्रगुप्त को
प्रश्न 5: हर्षवर्धन की जीवनी किसने लिखी?
उत्तर: वाणभट्ट ने हर्षचरित में उसकी जीवनी लिखी है।
प्रश्न 6: दक्कन की तरफ राज्य का विस्तार करने के क्रम हर्षवर्धन को किसने रोका?
उत्तर: चालुक्य नरेश पुलकेशिन द्वितीय ने
प्रश्न 7: पल्लवों की राजधानी कहाँ थी?
उत्तर: काँचीपुरम में
प्रश्न 8: चालुक्यों की राजधानी कहाँ थी?
उत्तर: ऐहोल
प्रश्न 9: गुप्त साम्राज्य को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है?
उत्तर: गुप्त साम्राज्य के अंतर्गत चारों ओर खुशहाली थी। उस समय विज्ञान, तकनीक, कला और साहित्य के क्षेत्र में भी तरक्की हुई थी। इसलिए इसे स्वर्ण युग कहा जाता है।
प्रश्न 10: उस समय अछूत लोगों की क्या स्थिति थी?
उत्तर: अछूत लोगों की स्थिति दयनीय थी। इन्हें गाँव और शहरों के बाहर रहना पड़ता था। इन लोगों को शहर या बाजार में प्रवेश के पहले लोगों को आगाह करना पड़ता था। इसके लिए ये लोग लकड़ी के टुकड़े को बजाते रहते थे। जिससे लोग सतर्क होकर अपने को इनसे छू जाने से बचाते थे।