कक्षा 7 विज्ञान पाठ 4 अम्ल, क्षारक और लवण एनसीईआरटी अभ्यास के प्रश्न उत्तर सरल भाषा में दिया गया है। इन एनसीईआरटी समाधान के माध्यम से छात्र परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। जिससे छात्र कक्षा 7 विज्ञान परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। छात्रों के लिए कक्षा 7 विज्ञान के प्रश्न उत्तर एनसीईआरटी किताब के अनुसार बनाये गए है। कक्षा 7 हिंदी मीडियम के छात्रों की मदद करने के लिए, हमने एनसीईआरटी समाधान से संबंधित सभी सामग्रियों को नए सिलेबस के अनुसार संशोधित किया है। विद्यार्थी ncert solutions for class 7 science chapter 4 hindi medium को यहाँ से निशुल्क में प्राप्त कर सकते हैं।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 7 विज्ञान अध्याय 4 अम्ल, क्षारक और लवण
प्रश्न 1: अम्लों और क्षारकों के बीच अंतर बताइए।
उत्तर:
अम्ल (Acid) | क्षार (Base) |
अम्ल जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रोजन आयन (H+) देते हैं | क्षार जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) देते हैं |
अम्ल का PH मान 7 से कम होता हैं। | क्षार का PH मान 7 से अधिक होता हैं। |
अम्ल का स्वाद खट्टा होता है। | क्षार का स्वाद कड़वा होता है। |
अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है। | क्षार लाल लिटमस पेपर को नीला कर देता है। |
प्रश्न 2: अनेक घरेलू उत्पादों, जैसे खिड़की साफ करने के मार्जकों आदि में अमोनिया पाया जाता है। ये लाल लिटमस को नीला कर देते हैं। इनकी प्रकृति क्या है?
उत्तर: क्षारकीय
प्रश्न 3: उस स्रोत का नाम बताइए, जिससे लिटमस विलयन प्राप्त किया जाता है। इस विलयन का क्या उपयोग है?
उत्तर: लाइकेन से लिटमस विलयन प्राप्त होता है। लिटमस को सूचक के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
प्रश्न 4: क्या आसुत जल अम्लीय/क्षारकीय/उदासीन होता है? आप इसकी पुष्टि कैसे करेंगे?
उत्तर: आसुत जल उदासीन होता है। इसकी पुष्टि के लिए आसुत जल में नीला और लाल लिटमस पेपर डालिए। दोनों के रंगों में कोई अंतर नहीं आने से इस बात की पुष्टि होती है कि आसुत जल उदासीन है।
प्रश्न 5: उदासीनीकरण के प्रक्रम को एक उदाहरण देते हुए समझाइए।
उत्तर: जब किसी अम्ल को किसी क्षार के साथ मिलाया जाता है तो दोनों के बीच जो प्रतिक्रिया होती है उसे उदासीनीकरण कहते हैं। उदासीनीकरण के अंत में लवण और जल बनते हैं और ऊष्मा निकलती है। उदासीनीकरण एक ऊष्माक्षेपी प्रतिक्रिया है।
अम्ल + क्षार → लवण + जल + ऊष्मा
उदाहरण: जब हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के बीच प्रतिक्रिया होती है तो सोडियम क्लोराइड (नमक) और जल का निर्माण होता है।
HCl + NaOH → NaCl + H2O
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल + सोडियम हाइड्रॉक्साइड → सोडियम क्लोराइड + जल
प्रश्न 6: निम्नलिखित कथन के लिए सही या गलत लिखिए।
(क) नाइट्रिक अम्ल लाल लिटमस को नीला कर देता है।
(ख) सोडियम हाइड्रॉक्साइड नीले लिटमस को लाल कर देता है।
(ग) सोडियम हाइड्रॉक्साइड और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एक दूसरे को उदासीन करके लवण और जल बनाते हैं।
(घ) सूचक वह पदार्थ है, जो अम्लीय और क्षारकीय विलयनों में भिन्न रंग दिखाता है।
(ङ) दंत क्षय, क्षार की उपस्थिति के कारण होता है।
उत्तर:
(क) गलत
(ख) गलत
(ग) सही
(घ) सही
(ङ) गलत
प्रश्न 7: दोरजी के रेस्टॉरेंट में शीतल (मृदु) पेय की कुछ बोतलें हैं। लेकिन दुर्भाग्य से वे चिह्नित नहीं हैं। उसे ग्राहकों की माँग के अनुसार पेय परोसने हैं। एक ग्राहक अम्लीय पेय चाहता है, दूसरा क्षारकीय और तीसरा उदासीन पेय चाहता है। दोरजी यह कैसे तय करेगा, कि कौन सी बोतल किस ग्राहक को देनी है।
उत्तर: डोरजी हर बोतल के नमूने में नीले और लाल लिटमस पेपर को डालकर देखेगा।
- जिस नमूने में लाल लिटमस पेपर नीला होता है वह क्षारकीय है।
- जिस नमूने में नीला लिटमस पेपर लाल होता है वह अम्लीय है।
- जिस नमूने में दोनों लिटमस पेपर के रंग में कोई अंतर नहीं आता है वह उदासीन है।
प्रश्न 8: समझाइए, ऐसा क्यों होता है:
(क) जब आप अतिअम्लता से पीड़ित होते हैं, तो प्रतिअम्ल की गोली लेते हैं।
उत्तर: जब हमारे आमाशय में जरूरत से ज्यादा हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का उत्पादन होता है, तो हमें अतिअम्लता की समस्या होती है। इससे आराम पाने के लिए डॉक्टर किसी प्रतिअम्ल (एंटासिड) लेने की सलाह देते हैं, जैसे कि मिल्क ऑफ मैग्नीशिया या कोई गोली या ईनो। ये सभी चीजें किसी न किसी क्षार से बनी होती हैं। जब प्रतिअम्ल पेट में पहुँचता है तो वह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ उदासीनीकरण करता है जिससे हमें अपाचन के लक्षणों से आराम मिल जाता है।
(ख) जब चींटी काटती है, तो त्वचा पर कैलेमाइन का विलयन लगाया जाता है।
उत्तर: जब चींटी डंक मारती है तो वह एक अम्ल हमारे शरीर में इंजेक्ट करती है। इसी अम्ल के कारण हमें डंक वाले स्थान पर तेज दर्द होता है। डंक वाले स्थान पर खाने वाले सोडा या कैलेमाइन (जिंक कार्बोनेट) का घोल मलने से आराम मिलता है। ऐसा उदासीनीकरण के कारण होता है।
(ग) कारखाने के अपशिष्ट को जलाशयों में बहाने से पहले उसे उदासीन किया जाता है।
उत्तर: कारखाने से निकलने वाले अपशिष्ट में अम्लीय पदार्थ होते हैं। जब यह अपशिष्ट नदी या तालाब में प्रवाहित होता है तो इससे जलीय जीवों को नुकसान पहुँचता है। जलीय जीवों को नुकसान से बचाने के लिए कारखाने के अपशिष्ट को जलाशयों में बहाने से पहले उदासीन किया जाता है।
प्रश्न 9: आपको तीन द्रव दिए गए हैं, जिनमें से एक हाइड्रोक्लोरिक अम्ल है, दूसरा सोडियम हाइड्रॉक्साइड और तीसरा शक्कर का विलयन है। आप हल्दी को सूचक के रूप में उपयोग करके उनकी पहचान कैसे करेंगे?
उत्तर: तीनों द्रवों को अलग अलग परखनलियों में लीजिए और परखनली के नाम A, B और C रख दीजिए।
- हल्दी लगे कागज की पट्टी को परखनली A में डालिए। यदि कागज का रंग गहरा लाल हो जाता है तो इस परखनली में सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन है। यदि कागज के रंग में कोई बदलाव नहीं होता है तो इस परखनली में या तो हाइड्रोक्लोरिक अम्ल या शक्कर का विलयन है।
- यदि परखनली A में सोडियम हाइड्रॉक्साइड नहीं है तो इसे एक तरफ रख दीजिए और परखनली B के लिए ऊपर वाला टेस्ट दोहराइए। यदि इसमें भी सोडियम हाइड्रॉक्साइड नहीं है तो परखनली C में अवश्य ही सोडियम हाइड्रॉक्साइड है।
- अब सोडियम हाइड्रॉक्साइड वाली परखनली में से बाकी की परखनलियों में सोडियम हाइड्रॉक्साइड डालिए। जो परखनली गरम हो जाएगी उसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल होगा, क्योंकि उसमें उदासीनीकरण प्रतिक्रिया होगी।
प्रश्न 10: नीले लिटमस पत्र को एक विलयन में डुबोया गया। यह नीला ही रहता है। विलयन की प्रकृति क्या है? समझाइए।
उत्तर: हम जानते हैं कि नीले लिटमस पेपर का रंग क्षारकीय या उदासीन विलयन में नहीं बदलता है। इसलिए दिया गया विलयन क्षारकीय या उदासीन होगा।
प्रश्न 11: निम्नलिखित वक्तव्यों को ध्यान से पढ़ें:
(क) अम्ल और क्षारक दोनों सभी सूचकों के रंगों को परिवर्तित कर देते हैं।
(ख) यदि कोई सूचक अम्ल के साथ रंग परिवर्तित कर देता है, तो वह क्षारक के साथ रंग परिवर्तन नहीं करता।
(ग) यदि कोई सूचक क्षारक के साथ रंग परिवर्तित करता है, तो वह अम्ल के साथ रंग परिवर्तन नहीं करता।
(घ) अम्ल और क्षारक में रंग परिवर्तन सूचक के प्रकार पर निर्भर करता है।
ऊपर लिखे वक्तव्यों में से कौन-से वक्तव्य सही हैं?
- सभी चार
- (क) और (घ)
- (ख), (ग) और (घ)
- केवल (घ)
उत्तर: (iv) केवल (घ)